
खिलाड़ी ने सर्जरी के तीन महीनों में ही खेल में वापसी कर ली
जालंधर ,11 जून, 2025: फोर्टिस एस्कॉर्ट्स, अमृतसर में राष्ट्रीय वॉलीबॉल खिलाड़ी, हरदीप सिंह के घुटने की एक गंभीर चोट का सफल इलाज किया गया, जिसके बाद इस खिलाड़ी ने केवल तीन महीनों में ही प्रोफेशनल स्पोर्ट्स में फिर से वापसी कर ली। हरदीप भारत की राष्ट्रीय टीम और इंडियन वॉलीबॉल लीग में मुंबई मीटियर्स के लिए खेलते हैं। एक गंभीर लिगामेंट क्षति के कारण उनका खेल का करियर खतरे में आ गया था। यह चोट इतनी गंभीर होती है कि खिलाड़ी कई सालों तक दोबारा नहीं खेल पाते हैं।
यह सर्जरी डॉ. तपिश शुक्ला, एसोसिएट कंसल्टैंट - ऑर्थोपीडिक्स, आर्थ्रोस्कोपी एवं स्पोर्ट्स इंजरी ने फोर्टिस एस्कॉर्ट्स, अमृतसर के हाल ही में शुरू हुए ऑर्थोपीडिक्स, स्पोर्ट्स इंजरी एवं आर्थ्रोस्कोपी विभाग में की। इस आधुनिक विभाग में खेल के दौरान लगी जटिल से जटिल चोटों का इलाज मिनिमली इन्वेज़िव तकनीकों द्वारा किया जाता है ताकि मरीज तेजी से स्वास्थ्यलाभ लेकर लंबे समय के लिए बेहतर सेहत प्राप्त कर सकें।
हरदीप के बाएं पैर में दो महत्वपूर्ण लिगामेंट - एसीएल (एंटीरियर क्रुशिएट लिगामेंट) और ऑल (एंटेरोलेटरल लिगामेंट) टूट गए थे, ये दोनों लिगामेंट कूदने, घूमने और अचानक दिशा बदलने की गतिविधियों में स्थिरता बनाए रखते हैं। मरीज की विस्तृत जाँच और एमआरआई स्कैन के बाद डॉ. शुक्ला ने संयुक्त सर्जिकल विधि का परामर्श दिया।
पहले, एक मेडिकल टीम द्वारा एसीएल रिकंस्ट्रक्शन किया गया, जिसमें क्षतिग्रस्त लिगामेंट को एक ग्राफ्ट (मरीज के शरीर से लिए गए स्वस्थ टेंडन) से बदला गया। फिर, लेटरल एक्स्ट्रा-आर्टिकुलर टेनोडेसिस (एलईटी) द्वारा घुटने के बाहरी हिस्से को सहारा दिया गया, ताकि अत्यधिक घुमाव को रोका जा सके। यह वॉलीबॉल जैसे उच्च तीव्रता वाले खेलों में काफी मददगार होता है।
यह सर्जरी 40 मिनट तक चली, जिसके बाद मरीज के घुटने की शक्ति और गतिशीलता वापस आ गई। कुछ ही हफ्तों में घुटने का दर्द बंद हो गया और हरदीप ने जिम में अपना प्रशिक्षण फिर से शुरू कर दिया। वो उठने-बैठने, दौड़ने और साईकल चलाने में समर्थ हो गए तथा कुछ ही समय में उन्होंने खेलना भी शुरू कर दिया।
डॉ. तपिश शुक्ला, एसोसिएट कंसल्टैंट - ऑर्थोपीडिक्स एवं स्पोर्ट्स मेडिसीन, फोर्टिस एस्कॉर्ट्स, अमृतसर ने कहा, ‘‘एसीएल एवं एएलएल टीयर्स जैसी चोटें किसी भी खिलाड़ी के लिए शारीरिक और भावनात्मक रूप से काफी चुनौतीपूर्ण होती हैं। हरदीप के लिए हमने संयुक्त रूप से एसीएल कंस्ट्रक्शन और एलईटी तकनीक द्वारा सर्जरी करने का निर्णय लिया। यह एक आधुनिक सर्जिकल विधि है, जिससे जोड़ों को ज्यादा तीव्रता वाले खेलों के लिए बेहतर स्थिरता मिलती है। रिकवरी के लिए उनकी लगन और उचित सर्जिकल एवं रिहैबिलिटेशन प्रक्रियाओं द्वारा वो तीन महीने के अंदर ही दोबारा खेलने में समर्थ हो गए। उनके इलाज की सफलता ने दिखा दिया है कि आधुनिक आर्थ्रोस्कोपिक तकनीकें किस प्रकार खिलाड़ियों को ज्यादा सुरक्षित और प्रभावशाली तरीके से उच्च तीव्रता वाले खेलों में वापसी करने में समर्थ बना सकती हैं।’’
राष्ट्रीय वॉलीबॉल खिलाड़ी, हरदीप सिंह ने कहा, ‘‘चोट लगने के बाद मुझे लगातार दर्द बना रहता था। मेरे घुटने अत्यधिक अस्थिर हो गए थे, जिसके कारण मेरे लिए प्रशिक्षण लेना और यहाँ तक कि दैनिक काम करना भी मुश्किल हो गया था। फिर मैंने फोर्टिस एस्कॉर्ट्स, अमृतसर में डॉ. तपिश शुक्ला से मुलाकात की। उन्होंने मेरे घुटने में लिगामेंट टूटने और इसके लिए उपलब्ध सर्जरी के बारे में विस्तार से बताया, जिससे मुझे सर्जरी कराने का आत्मविश्वास मिला। यह सर्जरी सफल रही और कुछ ही हफ्तों में मेरी हालत में काफी सुधार हो गया। आज मैं पूरी तरह से ठीक और दर्द से मुक्त हूँ। मैंने अपनी दैनिक गतिविधियाँ और प्रशिक्षण दोबारा शुरू कर दिए हैं। मैं डॉ. शुक्ला और पूरी फोर्टिस टीम का आभारी हूँ, जिन्होंने मुझे दोबारा वॉलीबॉल खेलने योग्य बना दिया, जो मुझे बहुत ज्यादा पसंद है।’’
योगेश जोशी, फैसिलिटी डायरेक्टर, फोर्टिस एस्कॉर्ट्स, अमृतसर ने कहा, ‘‘फोर्टिस एस्कॉर्ट्स अमृतसर में हम लोगों को विश्वस्तर की ऑर्थोपीडिक और स्पोर्ट्स इंजरी केयर प्रदान करते हैं। हरदीप के सफल इलाज से हमारे नए ऑर्थोपीडिक्स, स्पोर्ट्स एवं लिगामेंट इंजरी व आर्थ्रोस्कोपी विभाग की विशेषज्ञता प्रदर्शित होती है। इस विभाग में हम आधुनिक और मिनिमली इन्वेज़िव तकनीकों द्वारा घुटने, कंधे और टखनों की चोटों को ठीक करते हैं। हम खिलाड़ियों को शक्ति, मोबिलिटी और परफॉर्मेंस वापस पाने में मदद करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’’
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